बिश्केक में एससीओ रक्षा मंत्रियों की बैठक
एससीओ रक्षा मंत्री क्षेत्र में सुरक्षा चुनौतियों के विकास के मद्देनजर सदस्य देशों के बीच रक्षा और सुरक्षा सहयोग को और बढ़ावा देने के तरीके तलाशेंगे।
भारत एससीओ और उसके क्षेत्रीय आतंकवाद-रोधी संरचना (आरएटीएस) के साथ अपने सुरक्षा-संबंधी सहयोग को गहरा करने के लिए उत्सुक है, जो विशेष रूप से सुरक्षा और रक्षा से संबंधित मुद्दों से संबंधित है।
शंघाई सहयोग संगठन की स्थापना 2001 में शंघाई में एक शिखर सम्मेलन में चीन, रूस, किर्गिस्तान, कजाकिस्तान, ताजिकिस्तान और उजबेकिस्तान द्वारा की गई थी।
2017 में भारत और पाकिस्तान इसके पूर्ण सदस्य बने।
किर्गिस्तान वर्तमान में एससीओ का अध्यक्ष है।
एससीओ रक्षा मंत्री क्षेत्र में सुरक्षा चुनौतियों के विकास के मद्देनजर सदस्य देशों के बीच रक्षा और सुरक्षा सहयोग को और बढ़ावा देने के तरीके तलाशेंगे।
भारत एससीओ और उसके क्षेत्रीय आतंकवाद-रोधी संरचना (आरएटीएस) के साथ अपने सुरक्षा-संबंधी सहयोग को गहरा करने के लिए उत्सुक है, जो विशेष रूप से सुरक्षा और रक्षा से संबंधित मुद्दों से संबंधित है।
शंघाई सहयोग संगठन की स्थापना 2001 में शंघाई में एक शिखर सम्मेलन में चीन, रूस, किर्गिस्तान, कजाकिस्तान, ताजिकिस्तान और उजबेकिस्तान द्वारा की गई थी।
2017 में भारत और पाकिस्तान इसके पूर्ण सदस्य बने।
किर्गिस्तान वर्तमान में एससीओ का अध्यक्ष है।
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