पश्चिमी घाट में मछली की तीन नई प्रजातियाँ पाई जाती हैं
पश्चिमी घाट में छोटे मीठे पानी की मछलियों के समूह, फिलामेंट बार्ब्स की नई प्रजाति की खोज की गई है। इनकी खोज इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस एजुकेशन एंड रिसर्च (IISER) पुणे, बॉम्बे नेचुरल हिस्ट्री सोसाइटी (BNHS) और केरल यूनिवर्सिटी ऑफ फिशरीज एंड ओशन स्टडीज (KUFOS) के वैज्ञानिकों के सहयोगात्मक शोध के बाद हुई।
इन परिणामों को प्रस्तुत करने वाला वैज्ञानिक पेपर अंतरराष्ट्रीय पत्रिका - वर्टेब्रेट जूलॉजी में प्रकाशित हुआ, जो जर्मनी में सेनकेनबर्ग संग्रहालय से प्रकाशित हुआ।
फिलामेंट बार्ब्स प्रायद्वीपीय भारत और श्रीलंका की नदियों में पाए जाते हैं जहाँ से वर्तमान में लगभग नौ प्रजातियाँ डैनकिनसिया के नाम से जानी जाती हैं।
पश्चिमी घाट में छोटे मीठे पानी की मछलियों के समूह, फिलामेंट बार्ब्स की नई प्रजाति की खोज की गई है। इनकी खोज इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस एजुकेशन एंड रिसर्च (IISER) पुणे, बॉम्बे नेचुरल हिस्ट्री सोसाइटी (BNHS) और केरल यूनिवर्सिटी ऑफ फिशरीज एंड ओशन स्टडीज (KUFOS) के वैज्ञानिकों के सहयोगात्मक शोध के बाद हुई।
इन परिणामों को प्रस्तुत करने वाला वैज्ञानिक पेपर अंतरराष्ट्रीय पत्रिका - वर्टेब्रेट जूलॉजी में प्रकाशित हुआ, जो जर्मनी में सेनकेनबर्ग संग्रहालय से प्रकाशित हुआ।
फिलामेंट बार्ब्स प्रायद्वीपीय भारत और श्रीलंका की नदियों में पाए जाते हैं जहाँ से वर्तमान में लगभग नौ प्रजातियाँ डैनकिनसिया के नाम से जानी जाती हैं।
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