इसरो के UNNATI कार्यक्रम का उद्घाटन
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के UNNATI कार्यक्रम का उद्घाटन बेंगलुरु में किया गया।
UNNATI, यूनीवर्स स्पेस मामलों के लिए संयुक्त राष्ट्र कार्यालय द्वारा पहल के भाग के रूप में इसरो द्वारा शुरू की गई यूनिस्पेस नेनोसेटेलाइट असेंबली और ट्रेनिंग प्रोग्राम के लिए एक परिचित है, जो बाहरी अंतरिक्ष की खोज और शांतिपूर्ण उपयोग पर पहले संयुक्त राष्ट्र सम्मेलन की 50 वीं वर्षगांठ मना रहा है।
इस कार्यक्रम के पहले बैच को आज अल्जीरिया, अर्जेंटीना, अजरबैजान, भूटान, ब्राजील, चिली, मिस्र, इंडोनेशिया, कजाकिस्तान, मलेशिया, मैक्सिको, मंगोलिया, मोरक्को, म्यांमार, ओमान, पनामा और पुर्तगाल के 17 देशों के 30 प्रतिभागियों के साथ लॉन्च किया गया था।
उन्हें दो महीने का प्रशिक्षण दिया जाएगा।
इन प्रतिभागियों को 34 देशों के 87 आवेदनों में से चुना गया था।
अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी ने हमारे दैनिक जीवन में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।
भारत, सामाजिक भलाई के लिए अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी के अनुप्रयोग में एक अग्रणी देश बन गया है।
इस अवसर पर इसरो के अध्यक्ष डॉ के सिवन और अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के UNNATI कार्यक्रम का उद्घाटन बेंगलुरु में किया गया।
UNNATI, यूनीवर्स स्पेस मामलों के लिए संयुक्त राष्ट्र कार्यालय द्वारा पहल के भाग के रूप में इसरो द्वारा शुरू की गई यूनिस्पेस नेनोसेटेलाइट असेंबली और ट्रेनिंग प्रोग्राम के लिए एक परिचित है, जो बाहरी अंतरिक्ष की खोज और शांतिपूर्ण उपयोग पर पहले संयुक्त राष्ट्र सम्मेलन की 50 वीं वर्षगांठ मना रहा है।
इस कार्यक्रम के पहले बैच को आज अल्जीरिया, अर्जेंटीना, अजरबैजान, भूटान, ब्राजील, चिली, मिस्र, इंडोनेशिया, कजाकिस्तान, मलेशिया, मैक्सिको, मंगोलिया, मोरक्को, म्यांमार, ओमान, पनामा और पुर्तगाल के 17 देशों के 30 प्रतिभागियों के साथ लॉन्च किया गया था।
उन्हें दो महीने का प्रशिक्षण दिया जाएगा।
इन प्रतिभागियों को 34 देशों के 87 आवेदनों में से चुना गया था।
अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी ने हमारे दैनिक जीवन में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।
भारत, सामाजिक भलाई के लिए अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी के अनुप्रयोग में एक अग्रणी देश बन गया है।
इस अवसर पर इसरो के अध्यक्ष डॉ के सिवन और अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
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